भारतीय बाजार की बात करे तो यह 2023 वर्ष भारतीय इक्विटी बाजार के लिए काफी ऊपर नीचे रहा है। इस वर्ष बाजार में मंदी के आसार, आरबीआई द्वारा बढ़ाया गया रेपो रेट और अदानी ग्रुप के शेयर की वजह से काफी फर्क दिखा है।
इस वर्ष की बात करे तो सेंसेक्स अभी तक 0.3 प्रतिशत तक कमजोर हो चूका है। वही देखा जाए तो मिड कैप 1.7 प्रतिशत तक कमजोर हुआ है और स्मॉल कैप 2.3 प्रतिशत तक कमजोर हुआ है।
दिग्गजों का मानना है कि पिछले कुछ वर्ष में मिड कैप और स्मॉल कैप शेयर में बढ़ोतरी देखने को मिली थी। इस समय ऐसा तो लग रहा है कि बाजार कमजोर हो रहा है लेकिन अब कोई बड़े गिरावट के कोई लक्षण बाजार में दिखाई नही देते है। कई दिग्गजों का मानना यह भी है कि मिडकैप आईटी शेयर इस वर्ष अच्छा प्रदर्शन करने वाले है। पर्सिस्टेंट सिस्टम्स, जेनसार टेक्नोलॉजीज और केपीआईटी टेक्नोलॉजीज जैसे स्टॉक्स इस वर्ष में 26 प्रतिशत तक का ग्रोथ देख सकते है।
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दिग्गजों का मानना है कि मिडकैप और स्मॉलकैप के कमजोर परफॉर्मेंस होने का मुख्य कारण बाजार के आय अनुमान से कम हैं। हम आपको यही सलाह देंगे कि मिडकैप इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियां, जो मुख्य तौर पर सड़क निर्माण और ऑटो एंसिलियरी सेगमेंट के अंदर काम करते है। आपके लिए इस तरह के मिडकैप शेयर काफी लाभकारी साबित होते है।
Disclaimer:- Market in India पर बताए गए कोई भी न्यूज़ या फिर कोई भी टारगेट को हम सही होने का बिल्कुल भी दावा नहीं करते। हम सेबी रजिस्टर सलाहकार नहीं है, केवल अनुभव और अनुमानों के आधार ही इस वेबसाइट पर ज्यादातर टारगेट दिए जाते है, इसलिए कोई नुकशान याँ फिर प्रॉफिट के लिए हम बिल्कुल भी जिन्मेदारी नहीं लेते। अगर आप किसी शेयर पर निवेश करना चाहते हो एकबार खुद अच्छी तरह से एनालिसिस करें याँ फिर अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह लेना बिल्कुल भी ना भूले उसके बाद ही कोई निवेश का फैसला लेने के लिए सोचना चाहिए।
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