Zee और Sony के मर्जेर पर देखा जाए तो काफी नए नए खबरें हर दिन निकलकर आ रही है, इस मर्जेर के चलते निवेशकों के लिए क्या इसके ऊपर कोई भी फर्क पड़ता हुआ नजर आ सकता है आइए इसके बारे में बिस्तार से जानते है:-
हालही में NCLT ने Zee और Sony के मर्जेर के मामले में अपने फैसले को सुरक्षित रखते हुवे देखने को मिला है, इसके पहले 6 जुलाई को NCLT ने इस पुरे मामले को 10 जुलाई तक स्थगित करते हुवे नजर आया था।
इसके पहले की 11 मई की फैसले में NCLT ने एक्सचेंज की मर्जेर के पुनर्मूल्यांकन और सत्यापन करने का निर्देश दिया था जिसको SEBI ने भी मंजूरी प्रदान किया था। इस मर्जेर के चलते Sony के पास संयुक्त कंपनी के लगभग 50.86% हिस्सेदारी रहेगी, जबकि ZEE के फाउंडर्स के पास लगभग 3.99 फीसदी हिस्सेदारी होंगे और बाकि होल्डिंग 45.15% अन्य शेयरधारकों के पास रहते हुवे नजर आनेवाला हैं।
Zee और Sony के मर्जेर की NCLT के अंतिम फैसले के खिलाफ अब ZEE ने NCLAT का रुख करते हुवे देखने को मिला है, जिसमें इस मंजूरी पर पुनर्विचार करने का निर्देश NCLT ने NSE और BSE को दोनों कंपनियों के विलय के लिए अपनी पूर्व मंजूरी पर पुनर्विचार करने का भी निर्देश दिया था।
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इसके साथ ही आपको बता दे की NCLAT को अपनी याचिका में ZEE ने कहा कि ट्रिब्यूनल के 11 मई के आदेश ने सिद्धांतों और कानून की उचित रूप से पालन नहीं किया, जिसकी वजह से एक्सपर्ट का मानना है की Zee और Sony के मर्जेर में अब काफी देरी होना निश्चित हो गया है, जिसका असर इससे आनेवाले दिनों में कंपनी के शेयर प्राइस पर भी जरुर देखने की पूरी उम्मीद नजर आ रही हैं।
Disclaimer:- Market in India पर बताए गए कोई भी न्यूज़ या फिर कोई भी टारगेट को हम सही होने का बिल्कुल भी दावा नहीं करते। हम सेबी रजिस्टर सलाहकार नहीं है, केवल अनुभव और अनुमानों के आधार ही इस वेबसाइट पर ज्यादातर टारगेट दिए जाते है, इसलिए कोई नुकशान याँ फिर प्रॉफिट के लिए हम बिल्कुल भी जिन्मेदारी नहीं लेते। अगर आप किसी शेयर पर निवेश करना चाहते हो एकबार खुद अच्छी तरह से एनालिसिस करें याँ फिर अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह लेना बिल्कुल भी ना भूले उसके बाद ही कोई निवेश का फैसला लेने के लिए सोचना चाहिए।
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