भारत के सबसे बड़े घरेलू संस्थागत निवेशक भारतीय जीवन बीमा निगम, यानी LIC, ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है जो पब्लिक सेक्टर पर इसका सीधा प्रभाव डाल रहा है। आइए जानते है LIC की इस फैसले के बारे में बिस्तार से:-
LIC ने किया अपने हिस्सेदारी को कम
मार्च तिमाही में देखे तो, LIC ने 16 PSU सेक्टर की कंपनीयों समेत 80 शेयरों में अपने हिस्सेदारी को कम कर दिया है, जो कि ध्याननीय है क्योंकि इन सभी शेयरों में इस साल डबल डिजिट में तेजी आई है। इतनी तेजी आने के बबजुत भी LIC ने अपने हिस्सेदारी को कम करते हुवे देखा गया है, हालाकि इससे उनकी मार्केट वैल्यू में वृद्धि हुई है।
साथ साथ देखा जाए LIC ने मार्च तिमाही में कम से कम नौ सरकारी कंपनियों में अपने हिस्सेदारी को बढ़ाया भी है, हालाकि इन्वेस्टमेंट की मात्रा काफी कम देखने को मिलता हैं।
किन शेयरों में LIC ने किया हिस्सेदारी को कम
LIC ने काफी सारे ऐसे बेहतरीन कंपनीयों में अपने हिस्सेदारी को कम किया है, उनमें से देखे तो Navin Fluorine, Bata India, Swan Energy, Asian Paints, Apollo Tyres, Patanjali Foods, Infosys, Nestle, Kotak Mahindra Bank जैसे बेहतरीन प्राइवेट सेक्टर की कंपनीयों में अपने हिस्सेदारी को कम करते हुवे नजर आया हैं।
इसके साथ साथ सरकारी कंपनीयों की बात करें तो जिसमें LIC अपने हिस्सेदारी को कम करते हुवे नजर आया है उनमें से BHEL, SAIL, COAL INDIA, OIL INDIA, SBI, Canara Bank, ONGC जैसे कंपनी शामिल हैं।
एक्सपर्ट की राय LIC की हिस्सेदारी को कम करने को लेकर
LIC के पोर्टफोलियो में 300 स्टॉक्स हैं और इस साल अब तक उसके पोर्टफोलियो की मार्केट वैल्यू 14 लाख करोड़ रुपये पहुंच चुकी है। एक्सपर्ट की माने तो मार्किट अभी आल टाइम के आसपास बना हुआ है, जिस वजह से LIC की हिस्सेदारी को कम करना उसके मैनेजमेंट की मुनाफावसूल करने का एक रणनीतिक फैसला हो सकता हैं। हालाकि आने वाले दिनों में ही, हमें देखने को मिलेगा कि बाज़ार में इसका क्या परिणाम निकलता है।
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