लोकतंत्र के महापर्व और देश की दिशा तय करने वाले लोकसभा चुनाव 2024 को शेयर बाजार अपने दृष्टिकोण से देख रहा है। बाजार में बड़ी हलचल की तैयारी हो रही है। 1 जून, यानी शनिवार को लोकसभा चुनाव 2024 के आखिरी चरण की वोटिंग होनी है, जिसके बाद पार्टियों का भविष्य ईवीएम मशीन में कैद हो जाएगा और 4 जून को यह साफ हो जाएगा कि सरकार किसकी बनने जा रही है।
लेकिन जब तक नतीजे स्पष्ट नहीं होते, विशेषज्ञ और ब्रोकरेज हाउसेस अपने अनुमान बता रहे हैं कि किसकी सरकार बनेगी और इसका शेयर बाजार पर क्या असर पड़ेगा। बाजार उछलेगा या गिरावट होगी, यह सवाल सभी के मन में है। विशेषज्ञ ने चुनाव परिणाम को लेकर अपनी राय दी है, मार्केट में क्या होगा और किन सेक्टर्स में क्या एक्शन देखने को मिलेगा? आइए इसके बारे में बिस्तार से बात करते है:-
चुनाव को लेकर कोटक का भारतीय शेयर बाज़ार पर अनुमान:
कोटक ने बाजार को लेकर बड़ी चेतावनी दी है, अगर एनडीए गठबंधन अगली सरकार नहीं बना पाता है तो शेयर बाजार में 20% से अधिक की गिरावट आ सकती है, और इसे पूरी तरह से ठीक होने में समय लग सकता है। हलाकि यह भी कहना है की इस तरह के परिणाम की संभावना कम है लेकिन निवेशकों के लिए पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करना और चुनाव परिणाम से पहले जोखिम कम करना समझदारी है।
इसके साथ साथ एक्सपर्ट का कहना है की पिछली 303 सीटों की तुलना में भाजपा की 10 से 20 सीटों की जीत से बाजार की चाल पर कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि निवेशक नीतियों को जारी रखने वाली स्थिर सरकार की तलाश में हैं। इस कारण भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलना बाजार के लिए अच्छा रहेगा।
भारतीय शेयर बाज़ार पर UBS का अनुमान:
वहीं ग्लोबल ब्रोकरेज हाउस UBS ने भविष्यवाणी की है कि बीजेपी इन चुनाव में सिंगल पार्टी मेजॉरिटी हासिल करेगी। UBS ने कहा है कि इससे पॉलिसी स्टेबिलिटी और संभावित रिफॉर्म्स का भी रास्ता खुलेगा। हालांकि UBS ने यह भी कहा है कि अगर इन चुनावों का नतीजा उम्मीदों से अलग आता है, तो इससे बाजार का सेंटीमेंट शुरुआती तौर पर प्रभावित हो सकता है।
अनपेक्षित परिणाम आने पर शेयर बाजार में शॉर्ट टर्म उतार-चढ़ाव दिखाई दे सकता है और बाजार एनडीए सरकार आने से पहले के लेवल्स पर दिखाई दे सकता है। UBS ने कहा है कि इलेक्शन का बाजार पर अलग-अलग तरह से असर दिखाई दे सकता है लेकिन लंबे समय में यह असर फीका पड़ जाएगा। UBS ने कहा है कि अगर बाजार गिरते हैं तो इसमें पैसा लगाने का मौका होगा। UBS ने यह भी कहा है कि चुनाव के बाद अगर यील्ड्स में इजाफा होता है तो निवेशकों के लिए मीडियम से लॉन्ग टर्म के बॉन्ड्स बढ़िया साबित हो सकते हैं।
बहुमत से सरकार नहीं बनाएगी तो बाज़ार पर होगा असर
एक्सपर्ट का कहना है कि अगर भाजपा को पूर्ण बहुमत से कम सीटें मिलती हैं और वह एनडीए सहयोगियों के साथ गठबंधन सरकार नहीं बना पाती है, तो बाजार में 5 से 10% की गिरावट आ सकती है। हालांकि मध्यम अवधि में इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा और बाजार में सुधार हो सकता है।
अगर एनडीए सरकार बनाने में विफल रहती है, तो बाजार में 20% से अधिक की गिरावट आ सकती है और इसे पूरी तरह से ठीक होने में समय लगेगा। एनडीए के सत्ता में नहीं आने पर PSU, Capital Goods, Infra और Defance से संबंधित शेयरों में बड़ी बिकवाली हो सकती है, लेकिन IT और FMCG क्षेत्र में खरीदारी की दिलचस्पी देखी जा सकती है।
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